बिहार बोर्ड 10वीं परीक्षा 2025: टॉप 5 ज़रूरी टिप्स जो आपकी सफलता तय करेंगी
बिहार बोर्ड 10वीं परीक्षा 2025: टॉप 5 ज़रूरी टिप्स जो आपकी सफलता तय करेंगी
बिहार बोर्ड 10वीं की परीक्षा हर छात्र के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ होती है। यही वह समय है जब मेहनत, अनुशासन और सही रणनीति मिलकर आपके भविष्य की दिशा तय करते हैं। कई छात्र दिन‑रात पढ़ाई करते हैं, लेकिन सही दिशा न होने के कारण उतना अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाते जितना वे कर सकते थे। इसलिए, इस ब्लॉग में हम उन टॉप 5 महत्वपूर्ण टिप्स पर बात करेंगे जो आपकी तैयारी को न सिर्फ आसान बनाएंगे बल्कि आपके स्कोर को भी नई ऊँचाइयों तक ले जाएंगे।
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| Bihar board 10th exam tips |
1. NCERT/बोर्ड की किताबों को प्राथमिकता दें
बिहार बोर्ड की परीक्षा में सबसे ज़्यादा सवाल सीधे किताबों से पूछे जाते हैं।
कई छात्र गाइड और नोट्स पर ज़्यादा निर्भर हो जाते हैं, लेकिन असली गेम‑चेंजर है बोर्ड की किताबें।
क्यों जरूरी है?
- परीक्षा का 70–80% हिस्सा किताबों से ही आता है।
- किताबों की भाषा सरल और परीक्षा‑उन्मुख होती है।
- Examples और in-text questions अक्सर सीधे पूछ लिए जाते हैं।
कैसे पढ़ें?
- हर अध्याय को दो बार पढ़ें।
- Important lines को हाईलाइट करें।
- Chapter-end questions को लिखकर हल करें।
- Diagrams और definitions को याद रखें।
अगर आप सिर्फ किताबों को अच्छे से पढ़ लें, तो आधी तैयारी यहीं पूरी हो जाती है।
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2. पिछले 5–10 साल के प्रश्नपत्र हल करें
यह टिप आपकी तैयारी को अगले स्तर पर ले जाती है।
पिछले वर्षों के प्रश्नपत्र हल करने से आपको परीक्षा का पैटर्न, सवालों का स्तर और बार‑बार पूछे जाने वाले टॉपिक्स का अंदाज़ा मिलता है।
इसके फायदे
- Time management बेहतर होता है।
- Exam fear कम हो जाता है।
- Repeated questions पहचान में आते हैं।
- Weak areas का पता चलता है।
कैसे करें?
- रोज़ 1 सेट हल करें।
- 3 घंटे का टाइमर लगाकर परीक्षा जैसा माहौल बनाएं।
- गलतियों को नोट करें और दोबारा सुधारें।
यह अभ्यास आपको असली परीक्षा में तेज़, सटीक और आत्मविश्वासी बनाता है।
3. एक मजबूत टाइम टेबल बनाएं और फॉलो करें
बिना टाइम टेबल के पढ़ाई करना ऐसा है जैसे बिना नक्शे के सफर पर निकलना।
एक अच्छा टाइम टेबल आपकी पढ़ाई को व्यवस्थित करता है और हर विषय को बराबर समय देता है।
टाइम टेबल कैसा होना चाहिए?
- सुबह कठिन विषय (Mathematics , Science)
- दोपहर में हल्के विषय (Hindi, SST)
- रात में रिवीजन
- हर 45 मिनट बाद 5–10 मिनट का ब्रेक
- हफ्ते में एक दिन मॉक टेस्ट
ध्यान रखने वाली बातें
- टाइम टेबल बहुत कठोर न बनाएं।
- अपनी क्षमता के अनुसार समय तय करें।
- रोज़ कम से कम 6–7 घंटे पढ़ाई करें।
एक संतुलित टाइम टेबल आपकी तैयारी को लगातार और प्रभावी बनाए रखता है।
Exam date and other information
4. रिवीजन को प्राथमिकता दें
कई छात्र पढ़ तो लेते हैं, लेकिन रिवीजन नहीं करते।
यही सबसे बड़ी गलती होती है।
रिवीजन के बिना पढ़ा हुआ कंटेंट दिमाग में टिकता नहीं है।
रिवीजन क्यों जरूरी है?
- Concepts मजबूत होते हैं।
- भूलने की संभावना कम होती है।
- परीक्षा में लिखने की गति बढ़ती है।
- Confidence बढ़ता है।
रिवीजन कैसे करें?
- हर 3 दिन में एक छोटा रिवीजन सेशन रखें।
- Important formulas, dates, definitions की अलग कॉपी बनाएं।
- Diagrams को बार‑बार बनाकर प्रैक्टिस करें।
- Short notes बनाएं और रोज़ 15 मिनट पढ़ें।
रिवीजन ही वह चीज़ है जो आपकी मेहनत को स्थायी बनाती है।
5. मॉक टेस्ट दें और अपनी तैयारी को परखें
मॉक टेस्ट आपकी तैयारी का असली आईना होते हैं।
यह आपको बताता है कि आप कहाँ खड़े हैं और कहाँ सुधार की जरूरत है।
मॉक टेस्ट के फायदे
- असली परीक्षा जैसा अनुभव मिलता है।
- समय का सही उपयोग सीखते हैं।
- गलतियों की पहचान होती है।
- Writing speed और accuracy बढ़ती है।
कैसे दें?
- हफ्ते में कम से कम 2 मॉक टेस्ट दें।
- 3 घंटे का टाइमर लगाएं।
- टेस्ट के बाद अपनी कॉपी खुद चेक करें।
- गलतियों को नोट करें और दोबारा न दोहराएं।
मॉक टेस्ट आपकी तैयारी को 100% एग्ज़ाम‑रेडी बनाते हैं।

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